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लड़कीबाज पार्ट 2

धर्मेंद्र जैसे ही पीछे से चांदनी को दबोचने के लिए, अपने हाथ फेलाता है, चांदनी चाय के कप लेकर पलट जाती है और सारी चाय धर्मेंद्र के ऊपर ढुल जाती है!

"ओह, रियली सॉरी पर आप यहां क्यों आए"? चांदनी ने पूछा

"आप, मेरे लिए इतना कष्ट उठा रही हो, सोचा आपकी थोड़ी हेल्प कर दुं"! धर्मेंद्र ने कहा

"जला तो नहीं "!चांदनी ने पूछा

"जला, आग लग गई है, आग"! धर्मेंद्र ने कहा

"ओह सॉरी, आप यही रुकिए, मैं आपके लिए कपड़े लाती हूं"!

फिर चांदनी धर्मेंद्र को एक शर्ट देती है

"यह आपके भाई का शर्ट है "!धर्मेंद्र ने पूछा

"नहीं मेरा है, आप बाथरूम में जाकर चेंज कर लीजिए, तब तक मैं सफाई कर देती हूं और दूसरी चाय बनाती हुं, जब तक माथुर अंकल भी आ जाएंगे "!

कुछ देर बाद चांदनी ने धर्मेंद्र को चाय का कप दिया और पूछा -"मैंने आपको कहीं देखा है"?

"इंस्टाग्राम पर देखा होगा"! धर्मेंद्र ने कहा

"नहीं, हां याद आया  आपने 56 दुकान पर नीचे गिरी हुई आइसक्रीम उठाकर खाई थी"! चांदनी ने कहा

"अन्न देवों भवंति, अन्न देवता है इसलिए मैं अन्न का अपमान नहीं करता हूं"! धर्मेंद्र ने सिटपिटाते उठाते हुए कहा

"आइसक्रीम अन्न है"! चांदनी ने पूछा

"खाने की हर चीज अन्न होती है, कुछ चाय के साथ खाने का हो तो दे, दीजिए"! धर्मेंद्र ने कहा

"अभी लाती हूं"!

चांदनी ने बिस्किट देते हुए -"पूछा यू लाइव इन"!

"इंस्टाग्राम पर रील बनाता हूं, कभी लाइव नहीं आया"! धर्मेंद्र ने बताया

"मेरा मतलब है, आप कहां से हो"?

"राजगढ़ से हूं"! धर्मेंद्र ने कहा

"इंदौर में क्या करते हो"? चांदनी ने पूछा

"सेटिंग बाजी करता हूं "!धर्मेंद्र ने कहा

"वाहट"? चांदनी ने पूछा

"मेरा मतलब स्टूडेंट हूं, इंदौर में सेट हो रहा हूं"!

तभी धर्मेंद्र पर चांदनी का कुत्ता जोर जोर से भोकने लगता है

"कूल डाउन,धर्मेंद्र, कूल डाउन"! चांदनी ने कहा

"आपको, मेरा नाम कैसे पता"? धर्मेंद्र ने आश्चर्य से पूछा

"अरे नहीं, मेरे कुत्ते का नाम धर्मेंद्र है, क्या आपका नाम भी धर्मेंद्र है "? चांदनी ने पूछा

"यह मुझ पर भोक क्यों रहा है"? धर्मेंद्र ने पूछा

"ओ शीट, मैंने गलती से कुत्ते के बिस्कुट आप को दे दिए इसीलिए यह कुत्ता आप पर भोक रहा है"!

धर्मेंद्र ने सिटपिटाते आते हुए चाय और बिस्किट नीचे रख दिए और कुछ देर के लिए खामोश हो गया

"धर्मेंद्र जी, इसके लिए रियली सॉरी, गलती से हो गया"! चांदनी ने अफसोस व्यक्त करते हुए कहा

"कोई बात नहीं, कभी-कभी चलता है, इस कुत्ते की नाक क्यों बह रही है"! धर्मेंद्र ने पूछा

"इसे जुकाम हो गया है, कल डॉक्टर कुत्ते लाल को दिखाने ले जाऊंगी"! चांदनी ने बताया

"कितनी बजे ले जाओगी"? धर्मेंद्र ने उत्साह से पूछा

"क्यों"?

"दरअसल, मेरी चांदनी को खांसी हो गई है, उसका भी इलाज कराना है"! धर्मेंद्र ने कहा

"आपकी वाइफ का नाम चांदनी है"? चांदनी ने पूछा

"नहीं, मेरी कुत्तिया का नाम चांदनी है"!धर्मेंद्र ने बताया 

"नाइस नेम"! चांदनी ने सिटपिटाते उठाते हुए कहा

"धर्मेंद्र ने आग में घी डालते हुए पूछा -"आपका नाम क्या है"?

"चांदनी"?! चांदनी में शर्म से कहा

"आपके कुत्ते का नाम धर्मेंद्र, मेरी कुतिया का नाम चांदनी, रब ने बना दी जोड़ी, ठीक है, कल मिलते हैं डॉक्टर कुत्ते लाल के क्लीनिक पर, हमारे कुत्ते कुत्तिया भी मिल लेंगे और इन के बहाने हमारी भी मुलाकात हो जाएगी, अब मैं चलता हूं, बाय"! धर्मेंद्र ने कहा

"आप, माथुर अंकल से नहीं मिलेंगे, रुको, मैं कॉल करके पूछती हूं"! चांदनी ने कहा

"अरे रहने दो, अब उनसे मिलने की जरूरत नहीं, मेरा काम हो गया"! धर्मेंद्र ने कहा 

"क्या काम हो गया और आप उनसे मिलने के लिए ही तो आए थे"! चांदनी ने पूछा 

"मुझे, अपना जरूरी काम याद आ गया फिर कभी आकर मिलूंगा, अंकल से"! धर्मेंद्र ने कहा

"ठीक है, जैसी आपकी मर्जी"! चांदनी ने कहा

धर्मेंद्र, चांदनी को अलविदा कह कर अपने रूम पर आता है तो उसे अपने दोस्त की बाइक खड़ी दिखाई देती है, उसे देखकर धर्मेंद्र के मन में शैतानी ख्याल आता है और वह सोचता है -"कमीना मुझे वहां छोड़ कर आ गया था अभी इसकी बाइक की हवा निकालता हूं फिर धर्मेंद्र उसके दोनों टायररो की हवा निकाल देता है और फिर अपने रूम में आता है तो उसे देखकर उसका दोस्त मोहित पूछता है -"हो गई, हो गई तेरी सेटिंग, मिल गया रिप्लाई "!

"सारी सेटिंग हो गई है, कल मुझे एक कुत्तिया चाहिए, तेरे किसी दोस्त के पास में कुत्तिया हो तो 1 घंटे के लिए अरेंज करा दे यार"! धर्मेंद्र ने कहा

"तुझे कुत्तिया से क्या काम और वैसे भी मैं, तेरे किसी झमेले में फसने वाला नहीं हूं, तू जान और तेरी कुतिया जाने"! मोहित ने कहा

"इतना सज संवर कर कहां जा रहा है"? धर्मेंद्र ने पूछा

"बता दिया, तो तू जलकर काला कोयला हो जाएगा, नेहा के साथ डेट पर जा रहा हूं"! मोहित ने बताया

"अरे वह पैसों की भूखी है, उसके चक्कर में मत पड़, तुझे बर्बाद कर देगी"! धर्मेंद्र ने कहा

"मुझे बर्बाद होना है, तुझे 1 साल से पाल पोस रहा हूं, तूने, मेरे लिए आज तक क्या अच्छा किया है, आस्तीन के सांप, मेरा खाता है, मेरा पीता है, मेरे घर में रहता है, मेरे कपड़े पहनता है और मेरा ही बुरा करता है "! मोहित ने कहा

"अगर मैं आस्तीन का सांप हूं ना तो वह आस्तीन की नागिन है, एक दिन डस लेगी तुझे"! धर्मेंद्र ने कहा

"देख नेहा के बारे में तमीज से बात किया कर, मैं उसे लेकर बहुत सीरियस हूं, तेरी होने वाली भाभी है और खाना बनाकर खा लेना, मैं नेहा के साथ खाकर आऊंगा"! मोहित में जाते हुए कहा

"अरे वाह, नेहा भाभी के साथ जा रहा है  तुझे दिल से बहुत सारी शुभकामनाएं, मेरा एक काम करना, मेरे लिए भी कुछ खाने का ले आना"! धर्मेंद्र ने कहा

"तेरा बाप कमा कर रख गया है, मेरे भरोसे मत रहना, कुछ बना कर खा लेना"! मोहित ने दरवाजा लगाते हुए कहा

फिर 1 मिनट के अंदर मोहित बौखलाया हुआ वापस आता है!

धर्मेंद्र उससे पूछता है -"क्या हुआ"?

"गाड़ी का टायर पंचर हो गया है और एक नहीं दोनों पंचर है, जिसका तेरे जैसा मनहूस दोस्त हो, उसका कभी भला नहीं हो सकता,"!मोहित में कलपते हुए कहा

"अरे चिंता क्यों कर रहा है"? "मैं हूं ना, ले मेरी साइकिल की चाबी ले, ओर चला जा"!

"तेरी खटाला साइकिल से जाऊंगा तो लोग हसेंगे मुझ पर, पर अब कोई चारा नहीं है, ला चाबी दे"!

"देख ले बेटा, मनहूस दोस्त ही काम आ रहा है, पूरे इंदौर में तुझे, मुझसे अच्छा दोस्त नहीं मिलेगा, मेरी थोड़ी कदर किया कर"! धर्मेंद्र ने कहा

"हां ठीक है"! 'बाइक के पंचर ठीक करवा लेना, मुझे आने में देर हो जाएगी"! मोहित ने कहा

फिर धर्मेंद्र खाना बनाते हुए सोचता है -"यह कमीनी नेहा, मेरे दोस्त के सारे पैसे खा जाएगी, मेरे दोस्त के पैसों पर केवल मेरा अधिकार है, सुबह इस कमीनी नेहा का इलाज करता हूं!

अगले दिन

धर्मेंद्र सो रहा है, उसका दोस्त उसफर एक लोटा पानी डालता है और कहता है -"औ कुंभकरण उठ जा, सुबह हो गई है, कॉलेज चलना है"!

"थोड़ी देर और रुक जाता, मै चांदनी के साथ चांद पर मस्ती कर रहा था और तू ने जगा दिया, थोड़ी देर और रुक जाता तो पूरा काम कर लेता"! धर्मेंद्र ने कहा

"उधर बाहर कहां जा रहा है, मुंह तो धो ले"! मोहित ने कहा

"तूने धो तो दिया"!

यह कहकर धर्मेंद्र बाहर चला जाता है तो उसे सफाई करती हुई नेहा नजर आती है, धर्मेंद्र धीरे से नेहा को अनदेखा कर उसके पास जाता है और फोन पर बात करता है -"हेलो काका, राम-राम, मैंने आप से सफेद दाग की दवाई का बोला था वह कब तक आएगी, अरे मुझे कुछ नहीं हुआ है, सफेद दाग की बीमारी मेरे दोस्त को है, वह मेरा रूम पार्टनर है, उसकी दोनों जांघों पर सफेद दाग है, उसी के लिए चाहिए, आप जल्दी भिजवा दीजिए, मैंने आपको पता व्हाट्सएप कर दिया है, नेहा धर्मेंद्र की बात को बड़े ध्यान से सुनती है!

मैंने सुना है जो सफेद दाग की बीमारी वाले के साथ रहता है वह बीमारी उसे भी हो जाती है, "ओह अच्छा"! "मैं उसके साथ रहता जरूर हूं पर हमेशा दूर रहता हूं, ना उसके साथ खाता पीता हूं, ना उसे छूता हूं, ना उसकी किसी चीज का इस्तेमाल करता हूं, ठीक है, आप दवाई जल्दी भिजवा दीजिए, राम राम"!

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